रांची, राब्यू। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा है कि संसद और विधानसभाओं की कार्यवाही में बदलाव आ गया है। छोटी-छोटी बातों को लेकर सदन की कार्यवाही में व्यवधान उत्पन्न करना और सदन नहीं चलने देना एक परंपरा बन गई है। सांसद और विधायक अपने मुद्दे को स्थापित प्रणाली व नियम के तहत उठाने की बजाय पीठासीन अधिकारी के सामने चिल्ला-चिल्लाकर कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करते हैं। राज्यपाल सोमवार को झारखंड विधानसभा की 21वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।