तीन जून को हुए बवाल में एक आरोपित को पकड़ने के लिए गई पुलिस टीम पर बजरिया थाना क्षेत्र के कंघी मोहाल में भीड़ ने हमला कर दिया. भीड़ के हमले के बाद पुलिस एक आरोपी को ही पकड़ पाई, जबकि दूसरे को भीड़ ने छुड़ा लिया.
Kanpur Violence: कानपुर से एक बड़ी खबर आ रही है. बीते शुक्रवार को हिंसा और बवाल के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम पर हमला हो गया है. तीन जून को जुमे के नमाज के बाद दुकान बंद कराने के विरोध में हुई हिंसा और उपद्रव के मामले में पुलिस पत्थरबाजी करने वालों पर शिकंजा कस रही है. वहीं इस बवाल के एक आरोपी को सोमवार देर रात पकड़ने के लिए गई पुलिस टीम पर बजरिया थाना क्षेत्र के कंघी मोहाल में भीड़ ने हमला कर दिया. हालांकि पुलिस ने पथराव जैसी घटना से इनकार किया है.
भीड़ के हमले के बाद पुलिस एक आरोपी को ही पकड़ पाई, जबकि दूसरे को भीड़ ने छुड़ा लिया. बताया जा रहा है कि इस दौरान भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव भी किया. घटना के बाद क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है. दरअसल प्रशासन सीसीटीवी कैमरों और इंटरनेट मीडिया में वायरल हुए वीडियो से चिन्हित हुए उपद्रवियों में से दो को पकड़ने के लिए पुलिस टीम कंघी मोहाल गई थी. जहाँ पर भीड़ ने उनका रास्ता रोक लिया. पुलिस ने दो आरोपियों पकड़ भी लिया था लेकिन भीड़ पुलिस टीम पर धावा बोल दिया.
पुलिस टीम पर हुए हमले के बाद क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है. वही स्थानीय लोगो ने रोड लाइट तक बन्द कर दी, जिससे पुलिस को हमलावर चिन्हित न पाए और मूवमेंट करने पर परेशानी हो. पुलिस को सूचना मिली कि बजरिया थाना क्षेत्र के कंघी मोहाल निवासी मन्ना का बेटा आमिर भी उपद्रवियों में शामिल था. इस सूचना पर पुलिस उसे पकड़ने के लिए पहुंची. नाजिर ढाल के पास पुलिस को आमिर और उसक साथी दिखाई पड़ा. पुलिस ने जैसे ही उसे पकड़ा, क्षेत्रीय लोग और महिलाओं ने विरोध में आ गए. देखते ही देखते भीड़ बढ़ गई. भीड़ के दबाव में आमिर का दोस्त पुलिस की हिरासत में से भाग निकला.