दिल्ली में शाहनवाज ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बिहार बदल चुका है। अपहरण और गंगाजल जैसी फिल्में तब के वक्त में बनाई गई होंगी जब ऐसा हुआ करता था लेकिन फिल्म इंडस्ट्री को भी अब नए बिहार को देखना और दिखाया जाना चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सामाजिक न्याय की धरती रहे बिहार में अब औद्योगिक और आर्थिक विकास के लिए तेज कदम बढ़ने शुरू हुए हैं। डबल इंजन सरकार के नारे को बुलंद करते हुए ही 12 मई को दिल्ली में बिहार इंवेस्टर्स मीट के आयोजन में निवेशकों के सामने केवल बिहार ही नहीं बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी पश्चिम बंगाल, नेपाल तक के बाजार को सामने रखा जा सकता है।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह की मौजूदगी निवेशकों में भरोसा पैदा करेगी, वहीं बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन यह बताएंगे कि बिहार अब हर मोर्चे पर निवेश के अनुकूल है। खास ध्यान टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग पर होगा। देश में सबसे पहले एथनाल नीति बनाने वाला बिहार बहुत जल्द टेक्सटाइल और लेदर पालिसी, लाजिस्टिक्स पालिसी और एक्सपोर्ट पालिसी लेकर आ रहा है।
पटना में बन रहा है एक डेडिकेटेड भवन
दिल्ली में शाहनवाज ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बिहार बदल चुका है। अपहरण और गंगाजल जैसी फिल्में तब के वक्त में बनाई गई होंगी जब ऐसा हुआ करता था लेकिन फिल्म इंडस्ट्री को भी अब नए बिहार को देखना और दिखाया जाना चाहिए। पिछले 17 वर्षों में नीतीश शासन में बिहार इससे मुक्त हुआ है। उन्होंने माना कि निवेश के रास्ते में कुछ रोड़े थे लेकिन अब सात दिन के अंदर किसी भी उद्योग को सभी जरूरी क्लियरेंस मिल रहा है। इसके लिए पटना में एक डेडिकेटेड भवन बन रहा है।